“कुटुंब – परिवार ही है संसार” एक ऐसी पुस्तक है जो परिवार की शक्ति, एकता, और निस्वार्थ प्रेम को दर्शाती है। इस पुस्तक में संकलित कविताएँ और कहानियाँ परिवार के हर उस रिश्ते को उजागर करती हैं, जो हमारे जीवन को आधार और अर्थ देते हैं। यह पुस्तक पाठकों को परिवार की विभिन्न भावनाओं से परिचित कराती है—माँ-बाप का निःस्वार्थ स्नेह, भाई-बहनों का प्रेम भरा संघर्ष, और बुज़ुर्गों का आशीर्वाद भरा मार्गदर्शन।
प्रत्येक रचना में वह अनमोल भावनाएँ समाहित हैं, जो परिवार के बंधन को और गहरा करती हैं। “कुटुंब – परिवार ही है संसार” के माध्यम से, पाठक उन जीवन भर याद रहने वाले पलों को पुनः जी सकते हैं, जो हमें हमारे परिवार से जोड़ते हैं। यह पुस्तक सिर्फ एक साहित्यिक रचना नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है जो हमें परिवार के महत्व को समझाने और उसमें निहित स्नेह को संजोने की प्रेरणा देती है।
यह पुस्तक आपके दिल में परिवार के प्रति और भी अधिक प्रेम और संवेदनशीलता उत्पन्न करेगी।
Reviews
There are no reviews yet.